क्रांति कुमार की कलम से – लोकतंत्र पर कड़ा सवाल 77 वर्षीय आज़म खान बोले, “जेल का खाना कुत्ता भी नहीं खा सकता… मैं बहुत बीमार हूँ”
55 दिन पहले जेल से रिहा हुए उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता आज़म खान अब फिर से जेल जाने को मजबूर हैं। डबल पैन कार्ड मामले में उन्हें और उनके बेटे को 7-7 साल की सज़ा सुनाई गई है। बेहद अस्वस्थ आज़म खान का कहना है कि “जेल में जो खाना मिलता था, वह कुत्ता भी नहीं खा सकता। मैं गंभीर रूप से बीमार हूँ।”
उन्होंने इशारों में सत्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो लोग सरकार में बैठे हैं, वे अपने केस खत्म करा लेते हैं, जबकि बुज़ुर्ग और बीमार लोगों को जेल भेजा जा रहा है। क्या यही लोकतंत्र है?”
इस बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, बल्कि न्याय व्यवस्था और संवेदनशीलता पर भी गहरा सवाल खड़ा कर दिया।
🖊️ — क्रांति कुमार









