ज़कात – इस्लाम का अनिवार्य तीसरा स्तम्भ”नमाज़ और ज़कात यही दो चीजें ‘दीन’ की वास्तविक व्यावहारिक बुनियादें”- डॉ एम ए रशीद नागपुर
रोज़ों के साथ ही मुस्लिम समुदाय अल्लाह के प्रत्येक आदेशों की पूर्ति के लिए बाध्य है,डॉ एम ए रशीद नागपुर
रमज़ानुल मुबारक के रोज़ों के हैं बेशुमार लाभ -“मोहम्मद सअ़व इस ज़माने में न किसी कैदी को क़ैद में बाकी रखते और न किसी...
रमज़ानुल मुबारक के राज़े : आईना है इस्लामी धारणाओं का ” ‘दीन’ उस समय तक प्रभावी रहेगा, जब तक लोग इफ़्तार करने में जल्दी...
तक़्वा शस्त्र” मनमानी करने पर लगाम लगाता है -डॉ एम ए रशीद नागपुर
“रोज़ा” जानते हैं इसके धार्मिक और निहित लाभ रोज़ा है तक़्वे का स्रोत -डॉ एम ए रशीद, नागपुर
रमज़ानुल मुबारक में रोज़ेदार का कुरआन से लगाव बढ़ जाता है, मस्जिदों में इसके अध्ययन सर्कल बनाए जाने चाहिए – डॉ एम ए रशीद...
जमाअ़त ए इस्लामी हिंद की महिला विभाग ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया,इस्लामी अधिकारों के नाते आज मुस्लिम महिलाएं विभिन्न ख़िताब लेकर देश का भाग्य...
मैं क्यों न मानूं कि मेरे पति हिमांशु की नौकरी सरकारी दबाव में छीनी गई? नेहा सिंह राठौड़
The proposal to increase electricity rates should be cancelled,Doctors’ clinics are not commercial establishments!
बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव रद्द किया जाए ,चिकित्सकों के क्लिनिक व्यवसायिक प्रतिष्ठान नहीं !
तुम ही गालिब रहोगे अगर तुम मोमिन हो”,वलीउल्लाह ख़ान
क़ुरआन” रोज़ों के तक़्वे से क्या लेनदेन करना चाहता है – डॉ एम ए रशीद नागपुर