नागपुर: ताजबाग छेत्र में डबल मनी का खेल जोरों पर

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नागपुर पिछले कुछ दिनों से बड़ा ताजबाग परिसर में चल रही पैसा डबल करने वाली स्कीम से अब पूरे शहर में खलबली मच गई है. हसनबाग और ताजबाग परिसर में रहने वाले सैकड़ों नागरिक इस स्कीम में पैसा निवेश कर
चुके हैं. अब सिटी के अन्य क्षेत्र के लोग भी इस स्कीम में पैसा निवेश कर रहे हैं. सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा कौन सा व्यापार है।
जिसमें महीनेभर में ही रकम डबल हो जाती है.1 लाख रुपये देने पर महीनेभर बाद 2 लाख रुपये मिलते हैं. जानकारों का कहना है कि लोगों को आकर्षित करने वाली यह स्कीम पहले भी अन्य शहरों में चल चुकी है. करोड़ों रुपये
डुबाकर स्कीम चलाने वाले फरार हो चुके है. अब देखना होगा कि शहर में यह स्कीम कब तक चलती है. कि पुलिस इस पर अंकुश लगाती है !

मध्य मध्य प्रदेश के बालाघाट से जुड़े तार :

1 महीने में पैसा डबल करने वाली इस स्कीम के तार बालाघाट
से जुड़े हैं. बताया जाता है कि कुछ महीनों पहले ही रियाज अंसारी और राकेश तिवारी नामक व्यक्ति ने बड़ा ताजबाग परिसर में यह स्कीम शुरू की. बड़ा ताजबाग परिसर में ही सक्रिय दिलीप ऑटोवाला, अप्पू, बब्बू
चिरौंजीवाला और फहीम सहित आधा दर्जन लोगों को अपना एजेंट बना लिया. इन लोगों ने परिसर में जमकर स्कीम का प्रचार-प्रसार
किया. शुरुआत में लोगों ने 10-20 हजार रुपये निवेश किए. अगले ही माह उन्हें दोगुनी रकम मिल गई. इससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया बताया जाता है कि कम से कम 2,000 लोग ने इस स्कीम में 50 हजार से लेकर 20 लाख
रुपये तक जमा कर चुके हैं. मौजूदा समय तक तो लोगों को महीनेभर में दोगुनी रकम मिल चुकी है लेकिन रकम डबल कैसे हो रही है
यह वाकई में जांच का विषय है. बताया जाता है कि निवेश करवाने वालों ने सरकार या प्रशासन से किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली है l

सारा व्यवहार कच्चे में
इस स्कीम में रुपयों का सारा व्यवहार कच्चे में होता है. इसके लिए बड़ा ताजबाग परिसर के ठाकुर प्लॉट और सराय के पास स्टॉल भी खोले गए हैं. रोजाना इन स्टॉल पर लोग लाइन लगाकर रकम जमा कर रहे है.
■ हर गुरुवार को लोगों को पैसा बांटा जाता है. निवेश करने वालों को एक कच्ची रसीद दी जाती है. रजिस्टर पर उनके नामों की एंट्री होती है. कुछ ही समय में निवेशकों की संख्या इतनी अधिक हो गई कि नोटों की
गिनती करने के लिए मशीनें लगा दी गई.एक स्टॉल हसनबाग चौक पर भी शुरू किया गया था.यह स्टॉल सिटी के चर्चित अपराधी बड़ा समशेर के
अधीन चलाया जा रहा है. अन्य लोगों की तरह समशेर
भी एजेंट बन गया था.उसके पास भी सैकड़ों लोगों ने पैसा निवेश किया है.
अब सवाल ये उठता है कि करोड़ों रुपयों के कच्चे लेन-देन की जानकारी प्रशासन को कैसे नहीं ?

मध्य प्रदेश के लांजी में हो चुका है खेला
नोट डबल करने वाली इस स्कीम का खेल बालाघाट के लांजी में शुरू हुआ था. बताया जाता है कि सोमेंद्र कंकराने और हेमराज आमाडारे सहित 12 लोगों ने इस तरह की स्कीम लांजी में शुरू की थी. इतनी तेजी से
स्कीम का प्रचार होने लगा कि गोंदिया और रायपुर, दुर्ग, देवरी तक के लोग यहां पैसा निवेश करने लगे. कुछ महीने पहले स्थानीय पुलिस ने सोमेंद्र को दबोचा था. उसके पास 12 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे. उसके पास भी यह जवाब नहीं था कि आखिर पैसा डबल कैसे
होगा. जानकारों का कहना है कि करीब 2 दशक पहले इसी तरह अन्ना गैंग भी ताजा बाग छेत्र में डबल मनी की स्कीम लेकर आई थी. इसका पैसा उसको देकर लोगों का विश्वास हासिल किया और सैकड़ों करोड़
रुपये लेकर अन्ना गैंग रातों रात फरार हो गई. यह स्कीम भी वैसी ही है और अंत में लोगों के हाथ कुछ नही लगेगा l