प्रेषित हज़रत मोहम्मद ﷺ परिचय सम्मेलन””अन्याय नहीं होगा तो उपद्रव , बिगाड़ और किसी प्रकार का विकार नहीं होगा” – डॉ नुरुल अमीन

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प्रेषित हज़रत मोहम्मद सअ़व परिचय सम्मेलन”
“अन्याय नहीं होगा तो उपद्रव , बिगाड़ और किसी प्रकार का विकार नहीं होगा” – डॉ नुरुल अमीन

नागपुर - अल्लाह ही इस दुनिया को बनाने वाली एक की शक्ति है , इसका उल्लेख पवित्र ग्रंथ क़ुरआन में मिलता है । ऐसा दावा करने वाला संसार में कोई  दूसरा नहीं है । इस धरती वासियों के मार्गदर्शन के लिये अल्लाह ने विभिन्न इलाकों में अलग अलग समय अलग अलग दूत भेजे । अंत में धरती वासिया के मार्गदर्शन के लिए अंतिम प्रेषित मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को भेजा। आज शांति स्थापना के रूप में उनके व्यवहार को याद किया जाना बहुत आवश्यक है । ये विचार डॉ नुरुल अमीन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहे । यह कार्यक्रम जमाअ़त ए इस्लामी हिंद नागपुर वेस्ट के तत्वावधान में जाफ़र नगर, टीचर्स कालोनी में स्थित "मर्कज़े इस्लामी सभा गृह" में  "शांति और सद्भावना पर प्रेषित हज़रत मोहम्मद सअ़व के निर्देश" पर आयोजित किया गया था । उन्होंने आगे कहा कि शांतिभंग उपद्रव , बिगाड़ से होती है, इसका मुख्य कारण अन्याय है । हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के अनसोल वचनों में "मज़दूर का पसीना सूखने से पहले मज़दूरी दे दो" है जिसमें मज़दूरी अपनी जगह अहम मायने रखती है । उन्होंने पडोसियों , बच्चों , महिलाओं के अधिकार, हत्या , अत्याचार, आदि पर ऐसे सिद्धांत बनाए जिसमें किसी के साथ अन्याय न होने पाए । अन्याय नहीं होगा तो उपद्रव , बिगाड़ और किसी प्रकार का विकार नहीं होगा । उपद्रव , बिगाड़ और विकार नहीं होगा तो हर संभव सभी क्षेत्रों में अमन और शांति ही बनी रहेगी ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंडियन डेंटल एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट तथा नागपुर इंडियन डेंटल एसोसिएशन के भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ अनिल चौधरी ने प्रेषित मुहम्मद सअ़व के संबंध से इंसानियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि कोई चिकित्सक या राजनेता है तो उसे पहले इंसान होना चाहिए। नैतिकता पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने परिवार के साथ अच्छे संबंध रखना चाहिए , उसी प्रकार हमारे संबंध पड़ोसियों के साथ नैतिकताओं और मानवीय आधार पर होना चाहिए। उन्होंने दंत समस्याओं के समाधान पर अपने एसोसिएशन की भूमिकाओं पर भी प्रकाश डाला।

इस अवसर पर डॉ अदनानुल हक़ ने प्रस्तावना प्रस्तुत की , हाफ़िज़ शाकिरुल अकरम फ़लाही के क़ुरआन पठन से कार्यक्रम का आरंभ हुआ था। लेक्चर मुहम्मद जावेद ने मंच संचालन किया। अंत में उपस्थित चिकित्सकों को मस्जिद में आमंत्रित कर मस्जिद परिचय के दौरान मस्जिद और नमाज़ से संबंधित जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम से पूर्व डॉ अनिल चौधरी का शाल और पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। दंत चिकित्सकों के लिए यह अनोखा कार्यक्रम था। यह जानकारी जमाअ़त ए इस्लामी हिंद नागपुर के मीडिया सेक्रेटरी डॉ एम ए रशीद ने दी।