नागपुर – देश में बलात्कार के बढ़ते मामलों को लेकर महिला सद्भावना मंच नागपुर , जमाअ़त ए इस्लामी हिंद नागपुर , विदर्भ मुल्कारिन संगठन ,
जागृति बहुउद्देशीय जनसमिति ,
ग्रौ उद्योग महिला समिति , ओबीसी महिला संगठना, महिला शक्ति मोर्चा
एवं अन्य महिला संगठनों ने मिलकर संविधान चौक पर धरना प्रदर्शन किया । तत्पश्चात ज़िला तहसीलदार एवं ज़िला अधिकारी महोदय को अपना रोष दर्ज करवाते हुए ज्ञापन सौंपा ।
क़ानून व्यवस्था असहाय और अपाहिज होकर रह गई है। बदलापुर में एफआईआर के लिए पीड़िता की प्रेगनेंट माता को 10 घंटे की प्रतिक्षा करवाई गई! कुछ ही आरोपियों को हिरासत में लेने से बलात्कार पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता।मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से परोसी जा अश्लीलता पर लगाम लगाना अति आवश्यक है। वह अपराधिक मानसिकता का स्रोत हैं।
अश्लील ऐप और वेबसाइटों को बंद करना होगा।
शाहाना ख़ान,आयशा ख़ान,ज़ाहिदा ख़ान, अफ़रोज़ कुरेशी, नुसरत आसमा ने कड़ी निंदा और निषेध व्यक्त करते हुए दोषियों को कठोरतम सज़ा देने की मांग की। उन्होंने इस्लाम में बलात्कारी की सज़ा पर कहा कि दोषी को खुले मैदान में पत्थरों से पीट कर मारना होता है । ऐसा दंड किसी भी बलात्कारी की हिम्मत नही जुटा पाएगा। जिजाऊ ब्रिगेड से जया देशमुख, स्वाति शिंदे , सीमा टालाटुले , अरुणा भोंडे, सविता , नंदा देशमुख, अनिता ठेंगरे, सोनाली दळवी आदि महिलाओं ने भी निषेध में भाग लिया था । जमाअ़त ए इस्लामी हिंद नागपुर की बेनजीर खान, बुशरा कुर्रतुल ऐन, ज़ाहिदा अंसारी, ज़ोहरा ख़ातून ,
अमरीन, आमिना, बुशरा ऐमन, उनैबा ख़ान,शबाना शेख़, साजेदा परवीन, डॉ सादिया,आयशा कुरैशी, अंबरीन नाज़ ,आमिना परवीन, आसमा परवीन, डॉ गज़ाला, शबाना शेख़ ,
तस्लीम कौसर, अफ़शा ख़ान के परिश्रम से हुंकार भरे निषेध को सफलता मिली। यह जानकारी जेआईएच मीडिया सेक्रेटरी डॉ एम ए रशीद ने दी।