नागपुर : सक्करदरा पोलीस स्टेशनअंतर्गत अयोध्या नगर स्थित लाइफस्टाइल जॉकी आउटलेट के मालिक के साथ ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के नाम पर ठगी,ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने किया शिकायत दर्ज करने से किया इनकार,कहा पुलिस स्टेशन में 5000 से अधिक की ठगी की शिकायत दर्ज की जाती है.
नागपुर : सक्करदारा पुलिस स्टेशन अंतर्गत अयोध्या नगर प्लॉट नंबर 4 लाइफस्टाइल इंटरप्राइजेज (जॉकी आउटलेट) नामक दुकान में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (RTGS) के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. स्टोर संचालक पराग शिंदे के अनुसार साहिल नामक व्यक्ति स्टोर्स में आया 4400 रुपए की खरीदी की खरीदी करने के बाद ठग साहिल ने पहले इंटरनेशनल कार्ड से पेमेंट करने की बात कही दुकानदार पराग ने साहिल से कहा इस कार्ड से पेमेंट नहीं होता तब साहिल नामक व्यक्ति ने कहा मै 10000 रुपए आरटीजीएस करता हूं दुकानदार ने पूछा 10000 रुपए क्यों ? ठग साहिल ने कहा जो सामान मैंने खरीदा है उसका मूल्य 4400 रुपए है.आप अपने सामान के पैसे रख कर बाकी बचे पैसे मुझे दे देना दुकानदार इस बात के लिए तैयार हो गया.
साहिल नामक व्यक्ति ने एक एप्लीकेशन के माध्यम से पेमेंट करने की बात कही और पेमेंट कर दिया यह कह कर दुकानदार को स्क्रीनशॉट दिखा दिया लेकिन दुकानदार को पेमेंट नहीं आया. दुकानदार ने कहा पेमेंट अभी आया नहीं है तब व्यक्ति ने कहा आरटीजीएस का पैसा आने में थोड़ा समय लगता है। व्यक्ति ने दुकानदार से कहा मुझे और कुछ सामान खरीदना है मैं वह खरीद कर वापस आता हूं तब आप मुझे बाकी के पैसे दे देना और स्टोर से खरीदा हुआ सामान लेकर चला गया।
2-3 घंटे बीत जाने के बाद जब पैसे नहीं आए तो दुकानदार को शक हुआ और उसने साहिल ने जो नंबर दिए थे उन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन साहिल ने फोन नहीं उठाया और दुकानदार का नंबर ब्लॉक कर दिया. तब दुकानदार को इस बात का एहसास हुआ कि मेरे साथ ठगी हो गई है। तुरंत स्टोर संचालक पराग शिंदे सक्करदारा पुलिसस्टेशन शिकायत दर्ज करने पहुंचे ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारि ने दुकानदार की मदद करने के बजाय यह कहकर दुकानदार को वापस कर दिया की पुलिस स्टेशन में 5000 से अधिक की शिकायत दर्ज की जाती है। सवाल यह उठना है कि इस तरह के मामलों में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करना चाहिए लेकिन पुलिस स्टेशन में मौजूद पुलिस कर्मचारि ने मदद करने के बजाय दुकानदार को वापस लौट दिया. दुकानदार का कहना है कि जब पुलिस ही हमारी शिकायत नहीं सुनेगी तो हम शिकायत कहां करेंगे? इस तरह से लापरवाही दिखाने वाले पुलिस कर्मचारि पर पुलिस के आला अधिकारियों ने संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.