नागपुर. हिंगना थानांतर्गत जामठा (Jamtha) परिसर में एक सनसनीखेज घटना सामने आई. कॉलेज जा रही इंजीनियरिंग छात्रा को एक नराधम ने निर्जन स्थान पर रोक लिया. उसके साथ जबरदस्ती करने लगा लेकिन साहसी युवती ने खतरा भांप लिया था. फोन पर अपनी बहन को जानकारी दी. समय पर कॉलेज के कर्मचारी मदद के लिए दौड़ गए और आरोपी भाग निकला, वरना उसकी जान भी जा सकती थी. 19 वर्षीय पीड़िता जामठा परिसर में स्थित कॉलेज में पढ़ती है और हॉस्टल में रहती है. वह मूलत: यवतमाल की रहने वाली है. छुट्टी लेकर घर गई थी.बुधवार की सुबह 10 बजे के दौरान वह बस से वापस लौटी और वर्धा रोड पर जामठा स्टेडियम के पास उतर गई.
उससे एक गलती हो गई कि मुख्य रास्ता चुनने की बजाय उसने पैदल कच्चे रास्ते से जाने का निर्णय लिया. रास्ते में 25 से 30 वर्ष उम्र के आरोपी ने उसका पीछा किया. उसके हाथ में एक कुल्हाड़ी भी थी. पगडंडी की दोनों तरफ घनी झाड़ियां थीं. पीड़िता को समझ आ गया कि युवक उसका पीछा कर रहा है. उसने अपनी बहन को फोन लगाया और आरोपी द्वारा पीछा करने की जानकारी दी. इसी बीच आरोपी ने उसे पकड़ लिया. कुल्हाड़ी से जान से मारने की धमकी दी और झाड़ियों में ले गया. पहले तो पीड़िता ने उसे बहन जैसी हूं कहकर छोड़ने की मिन्नतें कीं लेकिन आरोपी ने इसका बेहद गंदा जवाब दिया. उसके साथ जोर-जबरदस्ती होने की आवाज बहन ने सुन ली. उसने तुरंत कॉलेज के नंबर पर कॉल लगया और रिसेप्शन पर बैठे कर्मचारी को जानकारी दी.आरोपी पीड़िता के साथ जबरदस्ती करता रहा. इसी बीच कॉलेज के कर्मचारी उस मार्ग पर पहुंचे और आवाज लगाते रहे. पकड़े जाने के डर से आरोपी पीड़िता को छोड़कर भाग निकला. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. हिंगना पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज किया. घटना की जानकारी मिलते ही सीपी अमितेश कुमार ने आला अधिकारियों को युद्ध स्तर पर जांच अभियान चलाने और जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए.डीसीपी सुदर्शन मुमक्का, अनुराग जैन, क्राइम ब्रांच और जोन-1 के सभी डीबी स्क्वाड को घटनास्थल पर बुलाया गया. गुरुवार को भी दोनों डीसीपी सहित पुलिस अधिकारी और कर्मचारी आसपास के गांवों में खोज अभियान चलाते गए. पुलिस का मानना है कि वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी आसपास के ही इलाके का रहने वाला है. पुलिस घर-घर जाकर पीड़िता द्वारा बताए गए हुलिये के अनुसार आरोपी की खोज कर रही है. अब तक 50 से ज्यादा युवकों से पूछताछ की जा चुकी है. आरोपी के पास कुल्हाड़ी थी. अपने-आपको बचाने के लिए वह पीड़िता पर हमला भी कर सकता था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवती ने साहस से काम लिया. लगातार आरोपी का विरोध करती रही. वह बहन को फोन नहीं करती तो घटना और भयानक हो सकती थी.