नागपुर : ट्रैफिक पुलिस अधिकारी “मेश्राम” पर प्राइवेट QR कोड भेज चालान के पैसे वसूलने,चालान की पूरी रकम न भरने जैसे गंभीर आरोप वाहन चालक ने लगाए.?

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नागपुर : यातायात विभाग के पुलिस उप निरीक्षक मेश्राम पर दो पहिया गाड़ी चालक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। प्राइवेट क्यूआर कोड पर चलन के पैसे बुलाने वा अभद्रता पूर्वक बर्ताव जैसे गंभीर आरोप लगाए है, गुरुवार को कॉटन मॉर्केट चौक में घटित वाकये की शिकायत पुलिस विभाग के आला अधिकारियों से की गई है,

क्या है पूरा मामला..?

दो पहिया वाहन चालक गुरुवार की सुबहा करीब ग्यारह बजे के दौरान वह कॉटन मार्केट से सब्जी लेकर आ रहा था तभी कॉटन मार्केट चौक पर यातायात विभाग के पुलिस उप निरीक्षक मेश्राम ने दो पहिया वाहन चालक को रोका और रोक कर कहा तुम्हारी गाड़ी पर₹3500 का चलन है इस चलन को अभी के अभी भरना होगा दो पहिया वाहन चालक ने मेश्राम से कहा मेरे पास अभी इतने पैसे नहीं है तब उप निरीक्षक मेश्राम में वाहन चालक को समीप स्थित ट्रैफिक कार्यालय में ले गया और कहां जब तक चालान की पूर्ण राशि नहीं भरी जाएगी मैं तुझे जाने नहीं दूंगा तभी वाहन चालक ने अपने बड़े भाई को फोन लगाया और पूरा माजरा बताया वाहन चालक के बड़े भाई ने कहा मुझे ट्रैफिक विभाग का क्यूआर कोड भेज दो, तभी पुलिस अधिकारी मेश्राम ने दो पहिया वाहन चालक को एक प्राइवेट QR कोड दिया वाहन चालक ने उस QR कोड को अपने बड़े भाई को भेज दिया वाहन चालक के बड़े भाई ने क्यूआर कोड पर₹3500 डाल दिए जैसे ही QR कोड पर₹3500 आए अधिकारी मेश्राम ने वाहन चालक को जाने दिया, जब वाहन चालक ने शाम 6:00 बजे के दरमियांन ऑनलाइन ट्रैफिक विभाग की वेबसाइट पर जाकर चेक किया तो ₹2500 का ही चालान भरा हुआ दिखाई दिया तब वाहन चालक ने गाड़ी उठाने वाले कर्मचारियों के नंबर पर फोन किया और उससे पूछा मैंने सुबह₹3500 चालान के क्यूआर कोड के माध्यम से भेजे थे लेकिन यहां पर तो₹2500 ही भरे हुए दिखाई दे रहे हैं ,तो जिस नंबर पर कॉल किए थे उस कर्मचारियों ने कहा मुझे जितना मेश्राम साहब ने कहा मैं उतना किया उसके आगे मुझे कुछ नहीं पता, वाहन चालक ने कर्मचारी से कहा मेरी बात मेश्राम साहब से करा दो तब तो उप निरीक्षक मेश्राम से बात नहीं हुई, परंतु 15 मिनट बाद पुलिस अधिकारी मेश्राम ने कॉल कर अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए कहा तुझे दिखाई नहीं देता क्या तू अंधा है क्या, यह आ तुझे बताता और सुन चालान के पूरे पैसे भर दिए गए हैं, जबकि ₹2500 चालान के सुबह भरे गए और वाहन चालक द्वारा फोन करने पर₹1000 शाम तकरीबन 6:00 बजे मेश्राम द्वारा भरे गए ?यहां पर एक कहावत चरितार्थ होते हुए दिखाई देती है चोरी ऊपर से सीना जोरी ।

इसके पहले भी कॉटन मार्केट चौक पर ई रिक्शा चालक ने यातायात पुलिस गर्मी पर अवैध वसूली का गंभीर आरोप लगाया था ? उस मामले की शिकायत भी पुलिस के आला अधिकारियों से की गई थी

पुलिस आयुक्त कार्यालय में दी गई शिकायत की कॉपी

सब से पहले इस पूरे मामले की मौखिक रूप से शिकायत विश्वास एस. पुल्लरवार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ट्रैफिक कॉटन मार्केट शाखा, नागपुर शहर से की गई। उसके बाद लिखित शिकायत पुलिस आयुक्त कार्यालय में वाहन चालक द्वारा दी गई है अब देखना यह होगा कि पुलिस उप निरीक्षक मेश्राम पर पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई करता है..?