ऑनलाइन डिलीवरी ऐप्स Zepto और Blinkit ने तेज़ सर्विस के नाम पर डिलीवरी की नई दौड़ शुरू कर दी है।कहीं 6 मिनट में ऑर्डर देने का दावा, तो कहीं 10 मिनट में सामान पहुँचाने की गारंटी — लेकिन इस रफ्तार की होड़ ने अब सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।डिलीवरी बॉयज़ पर समय से ऑर्डर पहुँचाने का इतना दबाव होता है कि वे ट्रैफिक नियमों की परवाह किए बिना तेज़ रफ्तार में गाड़ियाँ दौड़ाते हैं।कई बार वे गलत दिशा में चलने, भीड़भाड़ वाली सड़कों पर ओवरटेक करने जैसी खतरनाक हरकतें करने को मजबूर हो जाते हैं।इससे न सिर्फ उनकी अपनी जान खतरे में पड़ती है, बल्कि राहगीरों और अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा भी प्रभावित होती है।विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियों को चाहिए कि वे अपने राइडर्स पर से मिनटों की डिलीवरी का दबाव कम करें,और सरकार को इस पर सख्त निगरानी व सुरक्षा दिशानिर्देश तैयार करने चाहिए।क्योंकि सड़क पर तेज़ी से दौड़ते ये राइडर्स किसी एक कंपनी के नहीं, बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा चिंता बन चुके हैं।