नागपुर:योगेंद्र नगर में 18 वर्षीय युवक की “डेंगू” से मौत, मचा हड़कंप

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नागपुर: प्रभात क्रमांक 11 योगेंद्र नगर (रियल जिम के पास) निवासी मेहुल विकास पुरकाम 18 साल के एक युवक ने डेंगू की वजह से दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि उसका इलाज मनकापुर स्थित एक निजी अस्पताल में पिछले चार दिनों से चल रहा था। मेहुल को बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और पेट दर्द की शिकायत थी आज सुबह 4 बजे उस युवक की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई युवक की मृत्यु से परिवार व पड़ोसि गहरे सदमे में है.

मृत युवक की डेंगू रिपोर्ट

योगेंद्र नगर में डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है. इस परिसर में पिछले महीने भर से लगातार मरीज मिलने से नागरिकों की चिंता बढ़ गई है. खासतौर पर ये बीमारी बच्चों को होने के कारण अभिभावकों में दहशत का वातावरण है,फिलहाल योगेंद्र नगर में रियल जिम के पास तीन से अधिक मरीज डेंगू से जूझ रहे हैं. एक 7 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसी तरह एक 15 वर्षीय लड़के की डेंगू की टेस्ट भी पॉजिटिव पाई गई है.

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एक 18 वर्ष के उम्र के लड़के की आज सुबह 4 बजे डेंगू से मौत हो गई. जिसका मानकापुर के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था. स्थानीय नागरिक चेतन का कहना है कि पिछले कुछ दिनों पूर्व मेन रोड से दवाई का छिड़काव किया गया था. (कल कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा अधिकारियों को फोन करने पर मशीन से दवाई का छिड़काव किय गया था) जबकि परिसर में लगातार डेंगू के मरीज पाए जा रहे हैं, जिनके घरों में बच्चे हैं, वे इसे लेकर ज्यादा चिंतित हैं. मनपा की ओर से दावे तो किए जा रहे हैं कि शहर में हर जगह आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है और जहां मरीज पाए जा रहे हैं, वहां दवाई का छिड़काव भी किया जा रहा है, लेकिन वास्तव में स्थिति कुछ और ही है. स्थानीय नागरिक संजू गोतमारे का कहना है कि अगर प्रशासन दवा छिड़काव फागिंग मशीन और योगेंद्र नगर परिसर में साफ सफाई पर ध्यान देता तो शायद आज यह दुखद घटना ना घटती, योगेंद्र नगर क्षेत्र में एक ग्राउंड है जहां पर अभी भी झाड़ियो का अंबार लगा हुआ है. जबकि नागपुर महानगरपालिका के सफाई गर्मियों से लेकर सफाई कर्मियों के इंचार्ज का वहीं पर डेरा लगा रहता है उसके बाद भी अब तक किसी सफाई कर्मी वा इंचार्ज की आंख नहीं खुली जबकि स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हमने सफाई कर्मियों को काफी बार सफाई करने के लिए कहा लेकिन वह लोग हमारी बात सुनते ही नहीं है?

अगर समय रहते परिसर की साफ सफाई करवा दी जाती तो शायद आज इतनी बड़ी घटना ना होती, शायद वह युवक जिंदा होता?