नागपुर – नागपुर पश्चिम में स्थित सुगत कालोनी का मनपा उद्यान चर्चा का विषय बना हुआ है। उद्यान के आदेशानुसार नियमों में मुख्यतः उसके खोले जाने को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। बताया जाता है कि यह उद्यान मनपा के अधीन है लेकिन उत्तर दिशा के दोनों प्रवेश द्वारों पर ताले लगे रहते हैं । जब कभी दो तीन दिनों के लिए इसे खोला जाता है तो उद्यान में घूमने वालों की संख्या बढ़ने लगती है , लेकिन तथाकथित लोगों को यह नागवार गुज़रता है, वे कभी इन घूमने वालों से अनावश्यक बहस / झगड़ा करने लगते हैं या दूसरे दिन ताला लगा देते हैं। स्थानीय निवासी किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम भी नहीं कर पाते। यह सिलसिला लगभग पिछले एक देढ़ साल से जारी है ।
बंद उद्यान की लीगई तस्वीर
नियमित रूप से उद्यान खोले जाने से कई नागरिकों को सुबह शाम व्यायाम करने के लिए सुविधा मिल सकेगी। इस उद्यान में व्यायाम के लिए उपकरण नहीं हैं , नये उपकरणों के लगाए जाने की आवश्यकता भी है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि इस उद्यान में सुरक्षा गार्ड की तैनाती भी नहीं है । वे यह नहीं बताते कि चाबी किन हाथों में और क्यों है और यही सवाल उठाते हैं कि मनपा ने चाबी निजी हाथों में सौंपी कैसे? जमाअ़त ए इस्लामी हिंद नागपुर के मीडिया सेक्रेटरी डॉ एम ए रशीद ने मनपा प्रशासन से मांग की है कि इस उद्यान की सभी समस्याओं और मतभेदों को शीघ्र एवं उचित प्रकार से दूर करने के लिए मनपा द्वारा आवश्यक कदम उठाना चाहिए । मनपा द्वारा इसे नियम पूर्वक खोला और बंद किया जाना चाहिए ताकि आसपास के नागरिक , महिलाएं और बच्चे सुबह-शाम इस उद्यान में आ सकें। जानते हैं स्थानीय निवासी इस उद्यान के बारे में क्या कहते हैं?
विनोद मोहोड़ इस उद्यान के बारे में बहुत नाराज़ हैं । उनका कहना है कि इस उद्यान के लगातार बंद रहने से बच्चों को खेलने कूदने के अवसर नहीं मिल पाते । यह मामला बड़ा संगीन है कि कभी स्थानीय निवासी द्वारा घूमने वाले पर कुत्ता भी छो़ड दिया जाता है. ताकि इस उद्यान में कोई भी न आ सके। इस प्रकार बच्चों को खेलने कूदने नहीं मिल पाता ।
शेख़ मुस्तक़ीम का इस उद्यान के प्रति साफ़ तौर पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहना है कि मनपा द्वारा एक ओर इस उद्यान की साफ-सफाई और संरक्षण कार्य किया गया था लेकिन इसके प्रवेश द्वारों की चाबियां निजी हाथों को सौंप दी गई हैं । उनसे चाबियां लेकर प्रवेश द्वारों को खोलने और बन्द करने का कार्य सुरक्षा गार्ड के हाथों में देना चाहिए। उद्यान में जाने आने वालों के लिए एक और अतिरिक्त आकर्षक प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा की ओर लगाया जाना चाहिए ।
वंश ठाकुर कहते हैं कि इस उद्यान के प्रति नगर निगम प्रशासन की उदासीनता साफ-तौर पर दिखाई दे रही है कि वह इस उद्यान के रखरखाव पर ध्यान नहीं दे रही है। मनपा के द्वारा इस उद्यान में खर्च किये गये लाखों रुपये तालों में बंद होकर रह गये हैं। यह अत्यंत दुख की बात है कि सफाई कर्मी और यहां के नागरिक उद्यान के किनारे कूड़ा फेकते रहते हैं। इस की देखभाल के लिए यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना चाहिए। कूड़ा कर्कट फेंकने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।