हल्द्वानी हिंसा: “नमाज” छोड़कर मुस्लिम परिवार ने 7 “पुलिसवालों” की बचाई जान,इस हिंसा में 6 लोगो की मौत हुई

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हल्द्वानीः उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी के मलिक बगीचा में मदरसे को अवैध बताकर तोड़ा गया. जिसका मुस्लिम समुदाय के लोगो ने विरोध किया. विरोध होता देख पुलिस ने विशेष समुदाय के लोगों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया. लाठी चार्ज के बाद भीड़ उग्र हो गई, और हिंसा शुरू हो जहां एक तरफ पुलिस मुसलमान पर लाठियां बरसा रही थी, वही कुछ पुलिस वाले हिंसा की चपेट में आ गए चपेट में आए , 7 पुलिस वालों की जान एक मुस्लिम परिवार ने नमाज छोड़ कर बचाई. जिसकी अब चहुओर चर्चा हो रही है. वैसे यह पहला मामला नहीं है की हिंसा के बीच में किसी मुस्लिम परिवार में पुलिस की जान बचाई है इसके पहले भी कई हिंसा में मुस्लिम परिवार ने इस तरह के नेक कार्य किए हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उपद्रवियों से पूरा परिवार भिड़ गया. सूचना पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने पुलिसकर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाला और परिवार को भी सुरक्षा दी.

इसी दौरान एक मकान की खिड़की से बच्चे ने बाहर पुलिसवालों को देखकर परिजनों को बताया. इसके बाद परिवार का एक सदस्य गेट खोला और फिर सभी पुलिसवालों को घर के अंदर बुला लिया. करीब चार घंटे तक पुलिस वाले उस घर में रहे. इस दौरान जब उपद्रवियों को घर में पुलिस वालों के होने की भनक लगी तो घर में घुस गए. हालांकि परिजनों ने पुलिस वालों के बारे में कुछ भी नहीं बताया. तब तक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और सभी पुलिस वालों को सुरक्षित बाहर निकाला।

उत्तराखंड के एडीजी एपी अंशुमान ने हल्द्वानी हिंसा को लेकर कहा कि हल्द्वानी के बाहरी हिस्सों से कर्फ्यू हटा दिया गया है. इलाके में स्थिति सामान्य है. हिंसा मामले में 5 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. बाकी लोगों के लिए दबिश दी जा रही है. सीसीटीवी फुटेज के जरीए मदद ली जा रही है. इस हिंसा में अभी तक एक हिंदू सहित 4 मुस्लिम लोगों की मौत हुई है. वहीं 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.  कई पुलिस वाले भी घायल हैं. इसके अलावा यह भी बताया कि अब बस छोटे से इलाके में कर्फ्यू है, जिसे हम कुछ देर बाद हटा देंगे.