पशुओं की हड्डियां ले जा रहे मुस्लिम ट्रक ड्राइवर “जहीरउद्दीन” की पीट-पीटकर हत्या

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बिहार के सारण में एक और मॉब लिंचिंग ने शख्स की जान ले ली. मृतक का नाम जहीरुद्दीन है. वो ट्रक चलाते थे. 28 जून की रात वो हर रोज की तरह अपना काम कर रहे थे. उनके कंटेनर में जानवरों की हड्डियां लदी थी. जिन्हें एक बोन फैक्ट्री में पहुंचाना था. लेकिन उनका काम ही उनके जीवन के लिए काल बन गया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना 28 जून की है. जहीरुद्दीन जिस दौरान जानवरों की हड्डियां लेकर फैक्ट्री जा रहे थे, तभी उनका ट्रक खराब हो गया. जब वो अपना ट्रक ठीक कर रहे थे उसी दौरान वहां भीड़ इकट्ठा हो गई. कंटेनर में हड्डियां थीं, इस वजह से बदबू भी आ रही थी. इस बदबू के कारण स्थानीय लोगों की भीड़ बढ़ गई. लोगों ने जहीर से पूछताछ शुरू कर दी. कुछ देर बाद लोगों को ये पता लगा कि ट्रक में हड्डियां हैं तो मामला बिगड़ गया. लोगों को गौ हत्या का शक हुआ और उन्होंने ट्रक ड्राइवर को पीटना शुरू कर दिया. जहीर को लोगों ने इतना मारा कि वो गंभीर रूप से घायल हो गए.

कुछ देर बाद पुलिस को सूचना मिली. जिस इलाके में मारपीट हुई वो जलालपुर थाने के अंतरगत आता है. जलालपुर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस सबसे पहले जहीर को अस्पताल लेकर गई. लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. छपरा के सदर अस्पताल में जहीर को मृत घोषित कर दिया गया.

दो संप्रदायों के बीच स्थिति तनावपूर्ण होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने आनन-फानन में मृतक का पोस्टमार्टम कराया और शव को परिवार को सौंप दिया गया. 29 जून की सुबह ही मृतक का अंतिम संस्कार करा दिया गयाl

फिलहाल स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए पुलिस ने घटनास्थल पर डेरा जमाया हुआ है.  सारण पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव मंगला ने प्रेस रिलीज जारी करके बताया है कि इस मामले में जलालपुर थाने में FIR दर्ज की गई है. इसमे 6 ज्ञात और 20-25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले में अबतक 4 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है.

बिहार के सारण में ये मामला तब सामने आया जब दो दिन पहले ही तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग केस में कोर्ट ने 10 आरोपियों को दोषी करार दिया. झारखंड के सरायकेला पुलिस थाने के तहत धातकीडीह गांव में 17 जून 2019 को चोरी के आरोप में तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. अंसारी पुणे में मजदूरी का काम करता था और वह ईद मनाने झारखंड अपने घर आया हुआ था.