रामपुर उपचुनाव: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मुस्लिम वोटरों के साथ मारपीट का मामला, कल होगी सुनवाई

137

रामपुर उपचुनाव को लेकर पुलिस कार्रवाई विवाद का विषय बन गई है. आरोप लगाया जा रहा है कि वोटिंग वाले दिन पुलिस ने एक वर्ग को परेशान करने का काम किया. सपा ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया और अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. कोर्ट कल इस मामले में सुनवाई करने वाला है.

रामपुर उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. किसके दावों में कितना दम है, ये कल नतीजों से साफ हो जाएगा. लेकिन उन नतीजों से पहले रामपुर उपचुनाव को लेकर एक विवाद भी चल रहा है. वो विवाद इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि अब सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटा दिया गया है.

याचिकाकर्ता वकील ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की कोर्ट में अर्जेंट सुनवाई के लिए इस मामले का उल्लेख किया है. वकील ने कहा कि पुलिस में वोटरों की पहचान कर उन पर लाठी डंडे चलाए गए. जोर देकर कहा गया कि लोग लहूलुहान हालत में भागते दिखे हैं. अपील की गई कि कोर्ट इस मामले में संज्ञान लेते हुए उनकी अर्जी पर सुनवाई करे. सीजेआई ने कहा कि कल सुबह गुरुवार को ये मामला मेंशन किया जाए, तब उस पर सुनवाई की जाएगी.

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि वे स्वयं उस इलाके का वोटर हैं और इस घटना के चश्मदीद भी. पुलिस ने एक खास वर्ग के लोगों को मतदान केंद्र तक जाने से रोका. नहीं मानने पर पुलिस ने उनको खदेड़ कर पीटा. इस बात पर नाराजगी जाहिर की गई कि जो कानून और संविधान के रखवाले हैं, उन्होंने ही कानून की धज्जियां उड़ाई. अब जानकारी के लिए बता दें कि सपा नेता आसिम राजा ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने जानबूझकर एक वर्ग को परेशान करने का काम किया. उसी वजह से सपा कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर भी बैठा गया था. तब पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी कार्यकर्ताओं को मौके से हटाया था. उसी कार्रवाई ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया.