यवतमाल. मोमिनपुरा वनी निवासी छोटे खान के बेटे असजद खान उम्र 5 साल 7 महीने ने रमजान का पहला रोजा रखा, उसी तरह साजिद शेख के बेटे बिलाल शेख उम्र 8 साल ने माहे रमजान का पहला रोजा रखा इन दोनों छोटे मासूम बच्चों ने 17 मार्च को रविवार के दिन शाम को इफ्तार कर अपना पहला रोजा मुकम्मल किया, बता दे की माहे रमजान का पवित्र महीना शुरू है जिस में (१)एक नेकी के बदले सत्तर ( ७०) नेकिया प्राप्त होती है ऐसे महीने में छोटे मासूम बच्चे भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अपना पहला रोजा रखते हैं17 मार्च के दिन दोनों मासूम भाइयों ने अपना पहला रोजा मुकम्मल किया मुस्लिम लोग बड़ी मात्रा में माहे रमजान के रोजे रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. नमाज व कुरान शरीफ की तिलावत की जाती है मार्च महीने की ऐसी चिल चिल्लाती धूप में इन दो मासूम बच्चों ने माहे रमजान का पहला रोजा रखा और मुस्लिम समाज को एक अच्छा संदेश दिया, इस्लाम एक पवित्र धर्म है आसमानी किताब कुराने पाक जिसमें पूरी जिंदगी जीने का तरीका कुरान शरीफ में लिखा हुआ है उसी अमल को देखते हुए पानी की प्यास खाने की हाजत को रोक कर दोनों मासूम बच्चों ने तकरीबन 17 घंटे का अपना पहला रोजा मुकम्मल किया, दोनों मासूम बच्चों के रोजा रखने की खुशी में उसके माता-पिता को परिजनों वा दोस्तो ने माहे रमजान के पहले रोजा रखने की मुबारकबाद दी जा रही है